जंगलों के बचाव के लिए केंद्र सरकार व राज्य सरकार के द्वारा अनेकों प्रकार का मुहिम चलाया जा रहा है जिसकी धज्जियां वन विकास निगम में बैठी उप मंडल प्रबंधक दीपिका सोनवानी उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही ।
कबीरधाम! जी हां हम बात कर रहे हैं जिले के पंडरिया क्षेत्रांतर्गत आने वाली वन विकास निगम में स्थापित भैंसाडबरा के घने जंगलों की जहां विगत कुछ महीनों से गुजराती ऊंट भेंड़ वाले अपना डेरा जमाए हुवे है ,इनके ऊंट भेंड़ वन विकास निगम के हरियाली को समाप्त कर बंजर भूमि में तब्दील कर रहे है ,जिस जंगल में घुसने से पहले लोगो का रूह कांप जाता था आज वन विकास निगम के लापरवाही के चलते पूरा जंगल बंजर सा हो चुका है ,गुजराती ऊंट भेंड़ वाले उपज रहे छोटे छोटे रोपित पौधो को बड़े होने से पहले ही रौंद देते हैं ,जिसके कारण जंगलों के विकास में रोक लगता दिख रहा है ।
ग्रामीण इसकी सूचना बिट गार्ड से लेकर मंडल प्रबंधक तक दे चुके हैं फिर भी विभाग में बैठे ऐसे सुस्त व लापरवाह अधिकारी के कानों में जूं तक नहीं रेंग पाया, ग्रामीणों ने थक हार कर प्रेस से संपर्क बनाए और मामले से अवगत कराए की पंडरिया क्षेत्र में स्थापित भैंसाडबारा के जंगलों में गुजराती ऊंट भेंड़ वाले जामवाड़ा लगाए हुवे है जिस पर विभाग के द्वारा अब तक कोई कार्यवाही नहीं किया गया है,जानकारी पाते ही मीडियाकर्मी कवरेज करने निकल पड़े मीडियाकर्मियों के द्वारा मौके की जानकारी मंडल प्रबंधक पीतांबर साहू को दिया गया पीतांबर साहू के द्वारा सूचना उप मंडल प्रबंधक दीपिका सोनवानी को देने कहा दीपिका सोनवानी कार्यालय में ऐसी की ठंढक हवा में बैठ राजस्व का हवाला दे कर अपना हाथ पीछे खींच लिया गया,जिले में गर ऐसे ही लापरवाह अधिकारी के भरोसे वन विकास निगम के घने जंगल सौंपा गया तो वन विकास निगम के घने जंगलों का विनाश निश्चित है,अब देखना यह होगा कि विभाग में बैठे उच्च अधिकारी घने जंगलों को चट करने वाले गुजराती ऊंट भेंड़ वाले व कार्यालय में ऐसी व कूलर के ठंडी हवा में बैठेने वाले ऐसे लापरवाह अधिकारियों के ऊपर क्या कार्यवाही करते हैं।


